Bihar CHO Syllabus 2024 (बिहार CHO सिलेबस 2024) की विस्तृत जानकारी। सभी विषयों के टॉपिक्स और तैयारी के लिए गाइड पाएं।
बिहार स्वास्थ्य विभाग ने 4500 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन शुरू किया है। इसमें परीक्षा का पैटर्न, सिलेबस और चयन प्रक्रिया के बारे बताया गया है। परीक्षा ऑनलाइन होगी। इसमें विभिन्न विषयों के प्रश्न होंगे।
बिहार सीएचओ भर्ती 2024 का परिचय
बिहार सरकार ने सीएचओ (समुदाय स्वास्थ्य अधिकारी) भर्ती 2024 का आयोजन किया है। इसमें 4,500 पद भरे जाएंगे। ये पद बिहार के स्वास्थ्य केंद्रों और उप-केंद्रों में होंगे।
आवेदन की प्रक्रिया 1 नवंबर 2024 से शुरू होगी। यह 21 नवंबर 2024 तक चलेगी।
महत्वपूर्ण तिथियां
- आवेदन करने की तारीख: 1 नवंबर 2024 से 21 नवंबर 2024
- परीक्षा की तारीख: 15 दिसंबर 2024
- परिणाम की घोषणा: 31 जनवरी 2025
- दस्तावेज़ सत्यापन और काउंसलिंग: फरवरी-मार्च 2025
- नियुक्ति पत्र जारी होना: अप्रैल 2025
रिक्तियों का विवरण
कुल 4,500 सीएचओ पद भरे जाएंगे। इसमें विभिन्न श्रेणियों के लिए सीटें आरक्षित हैं।
आवेदन शुल्क
आवेदन शुल्क के लिए, सामान्य/ईडब्ल्यूएस/बीसी/ईबीसी वर्ग के लिए 500 रुपये है। महिलाओं और पीडब्ल्यूबीडी/एससी/एसटी (बिहार के मूल निवासी) के लिए 250 रुपये है।
“बिहार सरकार की इस पहल से राज्य के स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को मजबूत करने में मदद मिलेगी। लाखों लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।”
बिहार सीएचओ पद के लिए पात्रता मानदंड
बिहार स्टेट हेल्थ सोसाइटी ने सीएचओ पद के लिए नियम बनाए हैं। उम्मीदवारों को इन नियमों का पालन करना होगा। ताकि वे बिहार सीएचओ भर्ती 2024 में भाग ले सकें।
सीएचओ पद के लिए, उम्मीदवारों को निम्नलिखित योग्यता होनी चाहिए:
- बीएससी नर्सिंग डिग्री या समकक्ष योग्यता
- नर्सिंग में बीएससी या पोस्ट बीएससी नर्सिंग या जीएनएम के साथ सीसीएच सर्टिफिकेट
इन मानदंडों को बिहार स्टेट हेल्थ सोसाइटी ने बनाया है। ताकि सीएचओ पद पर कुशल पेशेवर नियुक्त हो सकें।
परीक्षा | वर्ष | रिक्तियां |
---|---|---|
PGIMER Recruitment | 2024 | 119 |
DME AP Assistant Professor | 2024 | 488 |
Naval Ship Repair Yard Port Blair Apprentice | 2024 | 50 |
Indian Overseas Bank Apprentice | 2024 | 550 |
BEL Ghaziabad Diploma Apprentice | 2024 | 90 |
इसलिए, सीएचओ पद के लिए, उम्मीदवारों को बीएससी नर्सिंग या समकक्ष योग्यता के साथ सीसीएच सर्टिफिकेट होना जरूरी है।
Bihar CHO Syllabus 2024
बिहार सीएचओ (सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी) भर्ती 2024 में शामिल होने वाले उम्मीदवारों के लिए पाठ्यक्रम का विषय-वार वितरण महत्वपूर्ण है। परीक्षा में सीएचओ पद के लिए कुल 50 प्रश्न पूछे जाएंगे, जिनके लिए 100 अंक निर्धारित किए गए हैं।
पाठ्यक्रम के मुख्य विषय
बिहार सीएचओ भर्ती 2024 में निम्नलिखित प्रमुख विषय शामिल हैं:
- बाल स्वास्थ्य
- किशोर स्वास्थ्य
- मातृ स्वास्थ्य
- परिवार नियोजन
- संचारी और गैर-संचारी रोग
विषयवार अंक वितरण
प्रत्येक विषय के लिए समान अंक वितरण किया जाएगा। विषयवार अंक वितरण इस प्रकार है:
विषय | अंक |
---|---|
बाल स्वास्थ्य | 20 |
किशोर स्वास्थ्य | 20 |
मातृ स्वास्थ्य | 20 |
परिवार नियोजन | 20 |
संचारी और गैर-संचारी रोग | 20 |
कुल अंक | 100 |
इस प्रकार बिहार सीएचओ परीक्षा 2024 के लिए विषयवार अंक वितरण और पाठ्यक्रम के मुख्य विषयों का विवरण प्रदान किया गया है।
परीक्षा पैटर्न और अंक विभाजन
बिहार सीएचओ भर्ती परीक्षा ऑनलाइन होगी। यह 2 घंटे (120 मिनट) तक चलेगी। इसमें 50 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे, जिन पर 100 अंक दिए गए हैं।
परीक्षा में सीएचओ परीक्षा पैटर्न, अंक विभाजन और समय सीमा पर ध्यान दिया जाएगा।
उम्मीदवारों को अच्छा स्कोर लेने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्हें सीएचओ परीक्षा के पाठ्यक्रम को अच्छी तरह से समझना चाहिए और उसके अनुसार पढ़ाई करनी चाहिए।
परीक्षा में सफल होने के लिए, उम्मीदवारों को अंक विभाजन को समझना चाहिए। उन्हें समय सीमा का भी सही तरीके से प्रबंधन करना होगा।
“परीक्षा में अच्छे अंक पाने के लिए, उम्मीदवारों को पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न को अच्छी तरह से समझना होगा।”
बिहार सीएचओ भर्ती परीक्षा में सफल होने के लिए, उम्मीदवारों को कड़ी मेहनत और निरंतर अभ्यास की जरूरत है। इस तैयारी से वे इस महत्वपूर्ण पद पर चुने जा सकते हैं।
बाल स्वास्थ्य खंड का विस्तृत सिलेबस
बिहार सीएचओ भर्ती 2024 में बाल स्वास्थ्य खंड बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें नवजात शिशु की देखभाल, टीकाकरण, पोषण, बाल रोग और उनका प्रबंधन शामिल है। बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास पर भी प्रश्न होंगे।
महत्वपूर्ण टॉपिक्स
- नवजात शिशु देखभाल और प्रबंधन
- बाल स्वास्थ्य सिलेबस में टीकाकरण कार्यक्रम और प्रोटोकॉल
- बाल पोषण और मल्टीविटामिन सप्लीमेंट
- बाल रोग जैसे निमोनिया, डायरिया, कुपोषण, एनीमिया आदि
- बाल विकास चरण और मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे
इस खंड में विषयों पर गहराई से चर्चा होगी। इससे आवेदक बच्चों की देखभाल में मदद कर सकेंगे।
बाल स्वास्थ्य पर व्यावहारिक प्रश्न पूछे जाएंगे। इसका उद्देश्य आवेदकों की समझ और कौशल का मूल्यांकन करना है।
किशोर स्वास्थ्य खंड का पाठ्यक्रम
बिहार सीएचओ भर्ती 2024 में किशोर स्वास्थ्य खंड बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें किशोरों के यौन और प्रजनन स्वास्थ्य, किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक और मानसिक परिवर्तन, नशा मुक्ति, मानसिक स्वास्थ्य और आम स्वास्थ्य समस्याएं के बारे प्रश्न होंगे।
इस खंड में उम्मीदवारों को किशोर स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी देनी होगी। यह उनकी तकनीकी क्षमता को दिखाएगा। साथ ही, उनकी समाज के प्रति संवेदनशीलता भी दिखाई देगी।
- किशोरों के यौन और प्रजनन स्वास्थ्य
- किशोरावस्था में शारीरिक और मानसिक परिवर्तन
- किशोरों में नशा मुक्ति और पुनर्वास
- किशोरों में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं और समस्याएं
- किशोरों में आम स्वास्थ्य समस्याएं और उनका प्रबंधन
किशोर स्वास्थ्य खंड का विस्तृत सिलेबस उम्मीदवारों को किशोर जनसंख्या की विशिष्ट स्वास्थ्य आवश्यकताओं को समझने में मदद करेगा। यह किशोर स्वास्थ्य सिलेबस, यौन शिक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर केंद्रित है।
“किशोरों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देना समाज के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती है। बिहार सीएचओ भर्ती 2024 का यह पाठ्यक्रम इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
मातृ स्वास्थ्य विषय का सिलेबस
बिहार सीएचओ भर्ती 2024 में मातृ स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें गर्भावस्था की देखभाल, प्रसव पूर्व और प्रसवोत्तर जांच शामिल हैं।
जोखिम भरी गर्भावस्था की पहचान और प्रबंधन भी इसमें हैं। स्तनपान और नवजात शिशु देखभाल के विषय भी शामिल हैं।
प्रमुख अध्ययन बिंदु
- गर्भावस्था देखभाल: गर्भावस्था के विभिन्न चरणों में स्वास्थ्य जांच, पोषण, और जोखिम कारकों की पहचान।
- प्रसव पूर्व जांच: प्रसव पूर्व देखभाल, जांच-परीक्षण, और स्वास्थ्य समस्याओं का प्रबंधन।
- प्रसवोत्तर देखभाल: प्रसवोत्तर स्वास्थ्य देखभाल, स्तनपान प्रोत्साहन, और मूल बच्चे देखभाल।
- जोखिम भरी गर्भावस्था: जोखिम वाली गर्भावस्था की पहचान, प्रबंधन, और रेफरल सेवाएं।
- नवजात शिशु देखभाल: नवजात शिशु देखभाल, स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान और प्रबंधन।
विषय | प्रश्नों की संख्या | अंक |
---|---|---|
गर्भावस्था देखभाल | 4 | 8 |
प्रसव पूर्व जांच | 3 | 6 |
प्रसवोत्तर देखभाल | 3 | 6 |
जोखिम भरी गर्भावस्था | 3 | 6 |
नवजात शिशु देखभाल | 3 | 6 |
सीएचओ परीक्षा में मातृ स्वास्थ्य खंड से कुल 20 अंक दिए गए हैं। यह परीक्षा के कुल अंकों का 20% है।
“गर्भावस्था देखभाल में आत्मामंत्रण, उचित पोषण, और स्वास्थ्य जांच महत्वपूर्ण हैं।”
परिवार नियोजन खंड का विवरण
बिहार सीएचओ परीक्षा में परिवार नियोजन खंड बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें परिवार नियोजन सिलेबस, गर्भनिरोधक विधियां और जनसंख्या नियंत्रण के बारे प्रश्न होंगे।
इस खंड में परिवार नियोजन के महत्व पर चर्चा होगी। विभिन्न गर्भनिरोधक विधियों के बारे जानकारी दी जाएगी।
- ओरल कंट्रासेप्टिव्स (गोलियां)
- आईयूसीडी (अंतर्गर्भाशय गर्भनिरोधक)
- कंडोम
- स्टेरिलाइजेशन (नसबंदी)
- इंजेक्शन
इन विधियों के फायदे और नुकसान पर प्रश्न होंगे। सुरक्षित गर्भपात के बारे भी जानकारी दी जाएगी।
जनसंख्या नियंत्रण के उपायों पर भी चर्चा होगी। यह उम्मीदवारों को परिवार नियोजन के महत्व को समझने में मदद करेगा।
गर्भनिरोधक विधि | प्रभावकारिता | लाभ | संभावित दुष्प्रभाव |
---|---|---|---|
ओरल कंट्रासेप्टिव्स (गोलियां) | 99% | सुरक्षा, नियमित मासिक धर्म | चक्कर, वजन बढ़ना, मिर्गी |
आईयूसीडी | 99% | लंबे समय तक सुरक्षा, कोई दवा नहीं | दर्द, रक्तस्राव, संक्रमण |
कंडोम | 98% | एचआईवी/एड्स से सुरक्षा, आसान उपलब्धता | एलर्जी, असुविधा |
बिहार सीएचओ परीक्षा में परिवार नियोजन खंड बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें गर्भनिरोधक उपायों के बारे प्रश्न होंगे।
संचारी और गैर-संचारी रोग खंड
बिहार सीएचओ भर्ती 2024 परीक्षा में संचारी और गैर-संचारी रोगों का एक महत्वपूर्ण खंड होगा। इसमें टीबी, मलेरिया, डेंगू जैसे संचारी रोगों के बारे पूछा जाएगा। मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर जैसे गैर-संचारी रोगों के बारे भी जानकारी दी जाएगी।
महत्वपूर्ण बीमारियां और उनका प्रबंधन
इस खंड में रोगों के कारण, लक्षण, निदान और उपचार पर ध्यान दिया जाएगा। उदाहरण के लिए, टीबी के बारे में जानकारी दी जाएगी।
मधुमेह जैसे गैर-संचारी रोग के लिए भी उसके कारण, प्रबंधन और उपचार पर प्रश्न पूछे जा सकते हैं।
रोग | वर्ग | प्रमुख लक्षण | प्रबंधन |
---|---|---|---|
टीबी | संचारी रोग | खांसी, वजन कम होना, सुस्ती | दवा के माध्यम से इलाज |
मलेरिया | संचारी रोग | तेज बुखार, सिरदर्द, थकावट | एंटी-मलेरिया दवाओं का उपयोग |
मधुमेह | गैर-संचारी रोग | अधिक प्यास, बार-बार पेशाब आना, थकावट | इंसुलिन या दवाओं का सेवन, आहार और व्यायाम द्वारा प्रबंधन |
उच्च रक्तचाप | गैर-संचारी रोग | सिरदर्द, छाती में दर्द, नाक से खून आना | दवाओं का सेवन, कम नमक वाला आहार, व्यायाम |
इस खंड में रोगों की रोकथाम और प्रबंधन पर भी प्रश्न पूछे जा सकते हैं। उदाहरण के लिए, टीबी के रोकथाम के लिए टीकाकरण और संक्रमण नियंत्रण के बारे में प्रश्न हो सकते हैं।
संचारी और गैर-संचारी रोगों का ज्ञान बिहार सीएचओ भर्ती परीक्षा में महत्वपूर्ण है। उम्मीदवारों को इन रोगों के बारे में विस्तृत जानकारी होनी चाहिए ताकि वे इस खंड में अच्छे प्रदर्शन कर सकें।
चयन प्रक्रिया का विस्तृत विवरण
बिहार में सीएचओ पद के लिए चुनाव में तीन चरण हैं। लिखित परीक्षा, दस्तावेज़ सत्यापन और काउंसलिंग शामिल हैं। उम्मीदवारों को इन तीनों चरणों को पूरा करना होगा।
- लिखित परीक्षा: सबसे पहले, उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा में शामिल होना होगा। इसमें उनका ज्ञान और योग्यता जांची जाएगी।
- दस्तावेज़ सत्यापन: जो उम्मीदवार लिखित परीक्षा में सफल होंगे, उन्हें दस्तावेज़ सत्यापन के लिए बुलाया जाएगा। इसमें उनके शैक्षिक योग्यता और अन्य दस्तावेज़ जांचे जाएंगे।
- काउंसलिंग प्रक्रिया: दस्तावेज़ सत्यापन में सफल होने वाले उम्मीदवारों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा। यहां उन्हें नियुक्ति के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इस प्रकार, सीएचओ चयन प्रक्रिया में लिखित परीक्षा, दस्तावेज़ सत्यापन और काउंसलिंग के तीन चरण हैं।
“सीएचओ पद के उम्मीदवारों के लिए यह चयन प्रक्रिया महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उनके व्यावसायिक भविष्य को निर्धारित करती है।”
चुनाव प्रक्रिया में सफल होने के लिए उम्मीदवारों को पूरी तैयारी करनी होगी। ताकि वे इन तीन चरणों को पार कर सकें और सीएचओ पद प्राप्त कर सकें।
परीक्षा की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण टिप्स
बिहार सीएचओ परीक्षा के लिए तैयारी करते समय, कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं। सीएचओ परीक्षा के लिए, कुछ स्रोत और सामग्री बहुत उपयोगी होती हैं।
अध्ययन सामग्री और स्रोत
सीएचओ परीक्षा की तैयारी के लिए, निम्नलिखित सामग्री का उपयोग करें:
- एनसीईआरटी की किताबें: ये किताबें सीएचओ के लिए उपयुक्त हैं।
- स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट: यहां सीएचओ के लिए महत्वपूर्ण जानकारी है।
- विश्वसनीय ऑनलाइन स्रोत: ऑनलाइन सामग्री का उपयोग करें।
इन स्रोतों का उपयोग करके आप अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।
नियमित अभ्यास और मॉक टेस्ट
परीक्षा की तैयारी में नियमित अभ्यास और मॉक टेस्ट महत्वपूर्ण हैं। यह आपको परीक्षा के पैटर्न से परिचित कराएगा।
समय प्रबंधन का महत्व
परीक्षा की तैयारी में समय प्रबंधन का ध्यान दें। पाठ्यक्रम को धीरे-धीरे पूरा करें।
“सफलता चरम कृति और लगन पर निर्भर करती है।”
प्रैक्टिस टेस्ट और मॉक टेस्ट की जानकारी
बिहार सीएचओ भर्ती 2024 की तैयारी के लिए, ऑनलाइन मंचों पर प्रैक्टिस टेस्ट और मॉक टेस्ट का उपयोग करें। ये टेस्ट वास्तविक परीक्षा के जैसे होते हैं।
इन टेस्ट से आप अपनी तैयारी का मूल्यांकन कर सकते हैं। नियमित अभ्यास से आपका प्रदर्शन सुधरेगा।
ये आपको परीक्षा के प्रारूप और प्रश्न-पत्र के स्वरूप से परिचित कराएंगे। तनाव और समय प्रबंधन का अभ्यास भी करेंगे।
सीएचओ प्रैक्टिस टेस्ट और मॉक टेस्ट से कमजोरियों का पता लगाएं। अपनी तैयारी को बेहतर बनाएं। इससे आपके अंक में सुधार होगा।
प्रैक्टिस टेस्ट और मॉक टेस्ट प्लेटफॉर्म्स | विशेषताएं |
---|---|
bihardept.in | रीयल टाइम प्रश्न सेट, शॉर्ट सेक्शन आधारित मॉक टेस्ट, परीक्षा पैटर्न अनुरूप प्रश्न |
sarkariexam.com | मुफ्त मॉक टेस्ट, विस्तृत समीक्षा और प्रदर्शन विश्लेषण, रैंकिंग और प्रमाण पत्र |
studytoday.in | अनलिमिटेड मॉक टेस्ट, पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र, विषय-वार प्रैक्टिस सेट |
इन ऑनलाइन टेस्ट सीरीज को नियमित रूप से हल करें। बिहार सीएचओ 2024 परीक्षा के लिए तैयार हो जाएं।
“बिहार सीएचओ परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए, ऑनलाइन मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस टेस्ट अनिवार्य हैं। ये आपको वास्तविक परीक्षा की तैयारी में मदद करेंगे।”
दस्तावेज़ सत्यापन प्रक्रिया
लिखित परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को सीएचओ दस्तावेज़ सत्यापन के लिए बुलाया जाएगा। इसमें उनकी शैक्षणिक योग्यता, जाति प्रमाणपत्र, आयु प्रमाण, निवास प्रमाणपत्र और अन्य आवश्यक प्रमाणपत्र की जांच की जाएगी। उन्हें मूल दस्तावेजों को दिखाना होगा। अगर कोई गलत या झूठी सूचना होगी, तो उनकी अर्हता रद्द कर दी जाएगी।
दस्तावेज़ सत्यापन प्रक्रिया में निम्नलिखित शामिल होंगे:
- शैक्षणिक योग्यता प्रमाणपत्र की जांच
- जाति प्रमाणपत्र (यदि लागू हो) की मूल प्रति दिखाना
- आयु प्रमाण का सत्यापन
- निवास प्रमाणपत्र का सत्यापन
- अन्य आवश्यक दस्तावेजों की जांच
यह महत्वपूर्ण है कि उम्मीदवार समय पर सभी आवश्यक दस्तावेज़ प्रस्तुत करें। अगर कोई गलत या अपूर्ण प्रस्तुति होगी, तो उनकी अर्हता रद्द कर दी जाएगी।
दस्तावेज़ | आवश्यकता |
---|---|
शैक्षणिक योग्यता प्रमाणपत्र | अनिवार्य |
जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) | अनिवार्य |
आयु प्रमाण | अनिवार्य |
निवास प्रमाणपत्र | अनिवार्य |
अन्य आवश्यक दस्तावेज | अनिवार्य |
उम्मीदवारों से अनुरोध है कि वे दस्तावेज़ सत्यापन के समय सही रूप में सभी आवश्यक दस्तावेज़ प्रस्तुत करें। अगर कोई गलत या झूठी सूचना होगी, तो उनकी अर्हता निरस्त कर दी जाएगी।
काउंसलिंग और नियुक्ति प्रक्रिया
बिहार सीएचओ परीक्षा में सफल होने के बाद, उम्मीदवारों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाएगा। यह उन्हें सीएचओ पोस्टिंग स्थानों का चयन करने में मदद करेगी। काउंसलिंग में, उम्मीदवारों को रिक्त पदों की जानकारी दी जाएगी।
आवश्यक दस्तावेज
काउंसलिंग में भाग लेने के लिए, उम्मीदवारों को कुछ दस्तावेज लाने होंगे:
- मूल प्रमाण पत्र और आधार कार्ड की फोटोकॉपी
- शैक्षिक योग्यता के प्रमाण पत्र की फोटोकॉपी
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) की फोटोकॉपी
- पासपोर्ट साइज़ की फोटो
- बैंक पासबुक की फोटोकॉपी
काउंसलिंग के बाद, चयनित उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र मिलेगा। नियुक्ति पत्र प्राप्त करने के बाद, उन्हें कार्यभार संभालना होगा।
महत्वपूर्ण संपर्क विवरण और वेबसाइट लिंक
बिहार सीएचओ भर्ती की जानकारी bihealthdept.gov.in पर है। यहां आप आवेदन प्रक्रिया और परीक्षा तिथियां देख सकते हैं। यहां परिणाम और दस्तावेज सत्यापन की जानकारी भी है।
अगर आपके पास प्रश्न हैं, तो 1800-345-6770 पर कॉल करें। यह नंबर 24×7 खुला रहता है। यहां आपके सवालों का जवाब मिलेगा।
ऑनलाइन आवेदन के लिए bihealthdept.gov.in पर जाएं। “सीएचओ भर्ती 2024” लिंक पर क्लिक करें। यहां आप आवेदन पत्र भरेंगे और दस्तावेज अपलोड करेंगे।
FAQs
कब से आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी और कब तक चलेगी?
आवेदन प्रक्रिया 1 नवंबर 2024 से शुरू होगी। यह 21 नवंबर 2024 तक चलेगी।
कुल कितने पद हैं और उनमें से किन-किन श्रेणियों के लिए सीटें आरक्षित हैं?
कुल 4500 पद हैं। विभिन्न श्रेणियों के लिए सीटें आरक्षित हैं।
आवेदन शुल्क कितना है और किन वर्गों के लिए कितना है?
सामान्य/ईडब्ल्यूएस/बीसी/ईबीसी वर्ग के लिए शुल्क 500 रुपये। महिलाओं और पीडब्ल्यूबीडी/एससी/एसटी के लिए 250 रुपये।
सीएचओ पद के लिए क्या शैक्षणिक योग्यता है?
उम्मीदवारों को बीएससी नर्सिंग की आवश्यकता है। 6 महीने का सीसीएच सर्टिफिकेट या बीएससी नर्सिंग या पोस्ट बीएससी नर्सिंग या जीएनएम के साथ सीसीएच पास होना चाहिए।
परीक्षा में किन विषयों पर प्रश्न पूछे जाएंगे?
बाल स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य, मातृ स्वास्थ्य, परिवार नियोजन और संचारी तथा गैर-संचारी रोगों पर प्रश्न होंगे।
परीक्षा का पैटर्न क्या है?
परीक्षा ऑनलाइन होगी। 50 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। कुल समय 2 घंटे होगा।
बाल स्वास्थ्य खंड में क्या प्रश्न पूछे जाएंगे?
नवजात शिशु देखभाल, टीकाकरण, पोषण, बाल रोग और उनका प्रबंधन पर प्रश्न होंगे।
किशोर स्वास्थ्य खंड में क्या विषय शामिल होंगे?
यौन और प्रजनन स्वास्थ्य, किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तन, नशा मुक्ति, मानसिक स्वास्थ्य और आम स्वास्थ्य समस्याओं पर प्रश्न होंगे।
मातृ स्वास्थ्य खंड में क्या विषय शामिल होंगे?
गर्भावस्था के दौरान देखभाल, प्रसव पूर्व और प्रसवोत्तर जांच, जोखिम भरी गर्भावस्था की पहचान और प्रबंधन, स्तनपान और नवजात शिशु देखभाल पर प्रश्न होंगे।
परिवार नियोजन खंड में क्या विषय शामिल होंगे?
विभिन्न गर्भनिरोधक विधियों, उनके लाभ और दुष्प्रभाव, परिवार नियोजन के महत्व, जनसंख्या नियंत्रण के उपाय और सुरक्षित गर्भपात पर प्रश्न होंगे।
संचारी और गैर-संचारी रोग खंड में कौन-कौन से रोग शामिल होंगे?
टीबी, मलेरिया, डेंगू जैसे संचारी रोग और मधुमेह, उच्च रक्तचाप, कैंसर जैसे गैर-संचारी रोगों पर प्रश्न होंगे।
चयन प्रक्रिया में क्या शामिल है?
तीन चरण होंगे। लिखित परीक्षा, दस्तावेज़ सत्यापन और काउंसलिंग प्रक्रिया।
परीक्षा की तैयारी के लिए किन संसाधनों का उपयोग करना चाहिए?
एनसीईआरटी की किताबें, स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट, और विश्वसनीय ऑनलाइन स्रोतों का उपयोग करें।
प्रैक्टिस टेस्ट और मॉक टेस्ट का क्या महत्व है?
प्रैक्टिस टेस्ट और मॉक टेस्ट आपकी तैयारी का मूल्यांकन करेंगे। आपके प्रदर्शन में सुधार होगा।
दस्तावेज़ सत्यापन प्रक्रिया में क्या शामिल है?
शैक्षणिक योग्यता प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र (यदि लागू हो), आयु प्रमाण, निवास प्रमाणपत्र और अन्य दस्तावेजों की जांच होगी।
काउंसलिंग और नियुक्ति प्रक्रिया में क्या शामिल है?
पोस्टिंग स्थान का चयन होगा। नियुक्ति पत्र जारी होने के बाद, चयनित उम्मीदवारों को कार्यभार ग्रहण करना होगा।