Haryana Mukhyamantri Dugdh Uphar Yojana: हरियाणा मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना के तहत गरीब परिवारों के बच्चों को मुफ्त दूध। पात्रता और आवेदन प्रक्रिया जानें।
हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना शुरू की है। इसका मकसद महिलाओं और बच्चों में कुपोषण कम करना है।
इस योजना को 5 अगस्त 2020 को लॉन्च किया गया था। यह योजना स्कॉच गोल्ड अवार्ड से सम्मानित हुई है।
इस योजना के तहत, 6 साल से कम उम्र के लगभग 9 लाख बच्चे और 3 लाख गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताएं लाभान्वित होती हैं।
योजना का परिचय और उद्देश्य
हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना शुरू की है। इसका मुख्य उद्देश्य कुपोषण निवारण, स्वास्थ्य सुधार और पोषण स्थिति में सुधार करना है। यह योजना आईसीडीएस के तहत लाभार्थियों को फोर्टिफाइड स्किम्ड दूध देती है।
इस योजना से लाभार्थियों की संख्या बढ़ी है। उनकी पोषण स्थिति में भी सुधार हुआ है।
कुपोषण से लड़ने का प्रमुख लक्ष्य
गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और 6 वर्ष तक के बच्चों में कुपोषण को दूर करना योजना का लक्ष्य है। आंगनवाड़ी केंद्रों से फोर्टिफाइड मीठा सुगंधित स्किम्ड दूध दिया जाता है।
स्वास्थ्य और पोषण में सुधार
इस योजना से लाभार्थियों की संख्या बढ़ी है। उनकी पोषण स्थिति में भी सुधार हुआ है।
लाभार्थियों को प्रतिदिन 200 मिलीलीटर फोर्टिफाइड दूध दिया जाता है। यह 300 दिन तक हरियाणा डेयरी विकास सहकारिता प्रसंघ व वीटा के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों में मिलता है।
योजना की शुरुआत और महत्वपूर्ण तिथियां
5 अगस्त 2020 को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ‘मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना’ की शुरुआत की। इसी दिन उन्होंने ‘महिला एवं किशोरी सम्मान योजना’ का भी शुभारंभ किया। इन योजनाओं का उद्घाटन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया था।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना का उद्देश्य प्रतिदिन 200 मिली लीटर दूध प्रदान करके बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के पोषण स्तर में सुधार करना है।
इस योजना से लगभग 9.03 लाख बच्चे (1-6 साल) और 2.95 लाख गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली माताएं लाभान्वित होंगी। सरकार ने छह अलग-अलग स्वादों में दूध वितरित करने का प्रावधान किया है। इसमें चॉकलेट, गुलाब, इलायची, वनिला, प्लेन और बटरस्कॉच शामिल हैं।
लाभार्थी वर्ग | लाभार्थियों की संख्या |
---|---|
बच्चे (1-6 साल) | 9.03 लाख |
गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाएं | 2.95 लाख |
इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने ‘महिला एवं किशोरी सम्मान योजना’ का भी शुभारंभ किया। इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे की 11,24,871 परिवारों की महिलाएं और किशोरियां नि:शुल्क सैनिटरी नैपकिन प्राप्त करेंगी।
यह योजना गरीब परिवारों की महिलाओं और किशोरियों के मासिक धर्म स्वास्थ्य और सुरक्षा को संबोधित करती है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा सैनिटरी नैपकिन का उपयोग लगभग 48% है, जबकि शहरी क्षेत्रों में यह 78% है।
हरियाणा मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना की विशेषताएं
हरियाणा में ‘मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना’ चल रही है। यह योजना दूध वितरण प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है। इस प्रणाली से लाभार्थियों को अधिक लाभ होता है।
दूध वितरण का प्रारूप
लाभार्थियों को हर साल 300 दिनों में 200 एमएल दूध दिया जाता है। यह दूध सुगंधित और फोर्टिफाइड स्किम्ड मिल्क पाउडर के रूप में दिया जाता है। इससे उनका पोषण बढ़ता है।
लाभार्थियों की श्रेणियां
लाभार्थी वर्ग में 1 से 6 वर्ष के बच्चे, गर्भवती महिलाएं और दूध पिलाने वाली माताएं शामिल हैं। उन्हें साल भर में नियमित दूध दिया जाता है।
इस योजना से लाभार्थियों को कई पोषक तत्व मिलते हैं। इसमें प्रोटीन, कैलोरी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी 12, विटामिन ए और विटामिन डी 3 शामिल हैं। उनकी सेहत में सुधार हुआ है।
“इस योजना के तहत 9.23 लाख बच्चों और 2.28 लाख गर्भवती महिलाओं को दूध वितरित किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न स्वाद जैसे गुलाब, इलायची, चॉकलेट, वनीला और सादा दूध शामिल हैं।”
योजना के तहत मिलने वाले लाभ
हरियाणा मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना के तहत लाभार्थियों को कई पोषण लाभ मिलते हैं। बच्चे, गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं प्रोटीन, कैलोरी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी12, विटामिन ए और डी3 का लाभ उठाती हैं।
इस योजना से प्रदेश में पोषण में सुधार हुआ है। सामान्य श्रेणी के बच्चों की संख्या 3.67 प्रतिशत बढ़ी। मध्यम रूप से कम वजन वाले बच्चों में 3.66 प्रतिशत की कमी आई। यह योजना स्वास्थ्य और पोषण में सुधार लाकर कुपोषण निवारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
- लगभग 3 लाख बच्चों को इस योजना का लाभ मिल रहा है।
- 95 लाख गर्भवती महिलाएं और माताएं इससे लाभान्वित हो रही हैं।
- प्रतिलाभार्थी प्रति सप्ताह 200 मिलीलीटर सुपोषित स्किम्ड दूध प्राप्त कर रहे हैं।
- दूध वितरण की न्यूनतम अवधि 300 दिन प्रतिवर्ष है।
उपलब्ध फ्लेवर्स | पोषक तत्व |
---|---|
चॉकलेट, गुलाब, इलायची, वनीला, साधारण, बटरस्कॉच | प्रोटीन, कैलोरी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी12, विटामिन ए और डी3 |
यह योजना न केवल पोषण लाभ प्रदान करती है, बल्कि स्वास्थ्य में भी सुधार लाती है और कुपोषण को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
“हरियाणा मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना ने पोषण और स्वास्थ्य के मामले में सकारात्मक परिणाम दिए हैं। यह योजना विशेष रूप से कमजोर वर्गों और कुपोषित बच्चों के लिए लाभप्रद साबित हुई है।”
पात्रता मानदंड और आवश्यक दस्तावेज
हरियाणा मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ शर्तें हैं। आवेदक को हरियाणा का निवासी होना जरूरी है। यह योजना गरीब परिवारों के लिए है, जिसमें बच्चे भी शामिल हैं।
योग्यता की शर्तें
- हरियाणा का मूल निवासी होना आवश्यक है।
- गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवार।
- बच्चे की आयु 1 से 6 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
जरूरी कागजात
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- जाति प्रमाण पत्र
योजना का लक्ष्य | लाभार्थियों की संख्या |
---|---|
कुपोषण से लड़ना और पोषण स्तर में सुधार करना | लगभग 9.03 लाख बच्चे (1-6 साल) और 2.95 लाख गर्भवती एवं स्तनपान करवाने वाली माताएं |
इस योजना के तहत, पात्र लाभार्थियों को हर दिन 6 विभिन्न स्वादों का दूध मिलेगा। इसमें चॉकलेट, गुलाब, इलायची, वनीला, सादा और बटरस्कॉच शामिल हैं।
दूध वितरण का कार्यक्रम
हरियाणा मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना के तहत, लाभार्थियों को सप्ताह में 6 दिन 200 मिलीलीटर प्रतिदिन सुगंधित स्किम्ड मिल्क दिया जाता है। यह दूध आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से दिया जाता है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर दूध वितरित करती हैं।
वे लाभार्थियों की जानकारी भी एकत्र करती हैं।
साप्ताहिक दूध वितरण प्रणाली को निम्नलिखित तरीके से संचालित किया जाता है:
- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा प्रत्येक सप्ताह में 6 दिन, लाभार्थियों तक दूध पहुंचाया जाता है।
- प्रत्येक लाभार्थी को 200 मिलीलीटर प्रतिदिन सुगंधित स्किम्ड मिल्क की आपूर्ति की जाती है।
- इस दूध में विटामिन-ए और विटामिन-डी-3 का समावेश किया गया है, जो बच्चों व माताओं के पोषण और स्वास्थ्य में सुधार करता है।
यह योजना कुपोषण से लड़ने और स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार लाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य दूध की समय-समय पर और नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करना है।
विवरण | संख्या |
---|---|
जिला में BPL परिवारों की महिलाओं व किशोरियों को वितरित किए जाने वाले नैपकिन | 102,368 |
दूध पिलाने वाली माताएं, गर्भवती महिलाएं और 6 महीने से 3 वर्ष तक के बच्चे जिन्हें फोर्टिफाइड स्किम्ड दूध उपहार मिल रहा है | 45,659 |
वितरित किए जाने वाले फोर्टिफाइड स्किम्ड दूध का कुल मात्रा (किलोग्राम में) | 21,294 |
इस योजना के माध्यम से, हरियाणा सरकार कुपोषण और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रही है। साथ ही, महिलाओं के जीवनस्तर में सुधार लाने के लिए निर्धारित किए गए प्रावधानों को भी लागू किया जा रहा है।
विभिन्न स्वाद और पोषक तत्व
हरियाणा की मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना छह स्वादों में दूध देती है – गुलाब, इलायची, चॉकलेट, वनीला, बटरस्कॉच और सादा। यह दूध प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, विटामिन बी-12, विटामिन-ए और डी से भरपूर है। यह शरीर को आवश्यक तत्व प्रदान करता है।
उपलब्ध फ्लेवर्स की जानकारी
दूध के स्वाद: आंगनवाड़ी केंद्रों में लाभार्थियों को विभिन्न स्वादों में दूध मिलता है। इसमें गुलाब, इलायची, चॉकलेट, वनीला, प्लेन और बटरस्कॉच शामिल हैं। यह फोर्टिफाइड दूध बच्चों और महिलाओं के लिए फायदेमंद है।
पोषक तत्वों का विवरण
- प्रोटीन
- कैल्शियम
- मैग्नीशियम
- विटामिन बी-12
- विटामिन-ए
- विटामिन-डी
इन पोषक तत्वों से भरपूर दूध, शरीर को आवश्यक पोषण देता है। यह कुपोषण से लड़ने में मदद करता है। यह योजना बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए है।
“मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना के तहत वितरित किया जाने वाला दूध छह प्रकार के स्वाद जैसे चॉकलेट, गुलाब, इलाईची, वनीला, प्लेन तथा बटरस्कॉच में होगा।”
योजना का प्रभाव और उपलब्धियां
हरियाणा मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना ने राज्य को स्वस्थ और पोषित बनाया है। इस योजना से 1-6 वर्ष के बच्चों की संख्या 3.67% बढ़ गई है। मध्यम रूप से कम वजन वाले बच्चों में 3.66% की कमी आई है।
योजना ने लाभार्थियों के स्वास्थ्य और पोषण में सुधार किया है। लगभग 3 मिलियन बच्चों और 950,000 गर्भवती माताओं को लाभ मिला है।
लाभ | प्रतिशत बदलाव |
---|---|
सामान्य श्रेणी के बच्चों की संख्या में वृद्धि | 3.67% |
मध्यम रूप से कम वजन वाले बच्चों में कमी | 3.66% |
योजना के तहत, लाभार्थियों को हफ्ते में 6 दिन 200 मिलीलीटर फोर्टिफाइड स्किम्ड मिल्क पाउडर मिलता है। इससे उनकी सेहत और पोषण में सुधार हुआ है।
योजना का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों को कुपोषण से बचाना और उनकी पोषण स्थिति में वृद्धि करना है।
“हरियाणा मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना ने राज्य में स्वास्थ्य और पोषण के मामले में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इससे न केवल कुपोषण में कमी आई है, बल्कि लाभार्थियों की पोषण स्थिति में भी सुधार हुआ है।”
हरियाणा में मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना में आंगनवाड़ी केंद्र बहुत महत्वपूर्ण हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं घर-घर जाकर दूध देती हैं। वे लाभार्थियों की पहचान करती हैं, उनकी जानकारी एकत्र करती हैं और दूध की निगरानी करती हैं।
इस योजना के तहत, आंगनवाड़ी केंद्र फोर्टिफाइड सुंग्धित स्किमड दूध देते हैं। प्रतिदिन 200 मि.ली. दूध बच्चों, गर्भवती महिलाओं और दूध पिलाने वाली महिलाओं को दिया जाता है। सप्ताह में 6 दिन।
इसके अलावा, सुगंधित दूध चॉकलेट, गुलाब, ईलाइची, वनीला, प्लेन और बटरस्कॉच जैसे 6 फ्लेवर्स भी उपलब्ध हैं।
हरियाणा डेयरी विकास सहकारी प्रसंघ द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों में फ्लेवर मिल्क पाउडर दिया जाता है। इससे दूध वितरण में मदद मिलती है। लाभार्थियों को पोषक और स्वादिष्ट दूध मिलता है।
आंगनवाड़ी केंद्रों की भूमिका से योजना के लक्ष्य पूरे होते हैं। कुपोषण से लड़ने और स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार करने में वे महत्वपूर्ण हैं।
“आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं योजना के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे लाभार्थियों की पहचान और दूध वितरण में मदद करती हैं।”
नई घोषणाएं और विस्तार
हरियाणा सरकार ने मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना में बड़ा बदलाव किया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि अब 14 से 18 साल के विद्यार्थियों को साल भर में 150 दिन फोर्टीफाइड दूध मिलेगा। यह बदलाव स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करेगा।
स्कूली बच्चों के लिए विशेष प्रावधान
नए प्रावधानों के तहत, स्कूली बच्चों को कई लाभ मिलेंगे:
- 14 से 18 साल के विद्यार्थियों को साल भर में 150 दिन फोर्टीफाइड दूध मिलेगा।
- इससे उनका स्वास्थ्य और पोषण सुधरेगा।
- यह योजना विस्तार और नए लाभार्थी के लिए एक बड़ा कदम है।
इस बदलाव से स्कूली बच्चों के लिए दूध की उपलब्धता बढ़ेगी। उनकी पोषण स्थिति में सुधार होगा। यह हरियाणा सरकार की कुपोषण को दूर करने की योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
“मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना का यह विस्तार स्कूली बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य को बेहतर करने में मदद करेगा। यह कदम कुपोषण को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा।”
लाभार्थियों की संख्या और आंकड़े
हरियाणा मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के पोषण को बढ़ावा देती है। इस योजना से प्रतिमाह लगभग 9 लाख 23 हजार बच्चे और 2 लाख 88 हजार गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताएं लाभान्वित होती हैं।
योजना के तहत उपलब्ध लाभार्थियों की संख्या बहुत अधिक है। यह दिखाता है कि इस पोषण कार्यक्रम की पहुंच बहुत व्यापक है। इस योजना से कुपोषण से लड़ने और पोषण स्तर में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है।
श्रेणी | लाभार्थी संख्या |
---|---|
बच्चे (6 माह से 6 वर्ष) | 9,23,000 |
गर्भवती महिलाएं | 1,44,000 |
स्तनपान कराने वाली माताएं | 1,44,000 |
इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि हरियाणा मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना का कवरेज बहुत व्यापक है। इससे लाखों बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पोषण संबंधी लाभ मिल रहे हैं।
योजना का क्रियान्वयन और निगरानी
हरियाणा मुख्यमंत्री दुग्ध उपहार योजना को महिला एवं बाल विकास विभाग चलाता है। विभाग के अधिकारी और जिला स्तर के अधिकारी योजना की निगरानी करते हैं। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं दिनभर योजना को कार्यान्वयन में मदद करती हैं।
विभाग के अधिकारी गुणवत्ता नियंत्रण और योजना प्रबंधन पर विशेष ध्यान देते हैं। दूध का वितरण, लाभार्थियों की पहचान, दस्तावेजों की जांच और आंगनवाड़ी केंद्रों का कार्य देखा जाता है।
इसके अलावा, निगरानी तंत्र को मजबूत किया गया है। जिला स्तर पर नोडल अधिकारी आवरीक निरीक्षण करते हैं। वे रिकॉर्ड्स की जांच और समय-समय पर रिपोर्टिंग करते हैं। यह योजना को प्रभावी ढंग से चलाने में मदद करता है।
इस प्रकार, योजना का क्रियान्वयन और निगरानी अधिकारियों, कार्यकर्ताओं और लाभार्थियों के संयुक्त प्रयासों से होता है। इससे कुपोषण से लड़ने और स्वास्थ्य एवं पोषण में सुधार होता है।
मुख्य तथ्य और आंकड़े
- लगभग 53,000 दुग्ध उत्पादक लाभार्थी होंगे, जिन्हें दीवाली से पहले बकाया राशि का भुगतान किया जाएगा।
- दो वर्षों में दुग्ध क्षेत्र का कारोबार 20.94 करोड़ रुपये से बढ़कर 43.78 करोड़ रुपये हो गया।
- सरकार ने सिलेज पर सब्सिडी 50% से बढ़ाकर 75% कर दी है।
- पिछले ढाई वर्षों में प्रति लीटर दूध की कीमत 8 रुपये से बढ़कर 11 रुपये हो गई, जिससे सहकारी बिक्री के माध्यम से किसानों को बढ़ी प्रोत्साहन मिली।
- दुग्ध सहकारियों को लगभग 12 करोड़ रुपये की बकाया राशि का भुगतान दीवाली से पहले किया जाएगा।
योजना | राज्य | विशेषताएं |
---|---|---|
गंगा गाय योजना | उत्तराखंड | किसानों की आय बढ़ाने के लिए सब्सिडीशुद्ध दरों पर सिलेज और चारा उपलब्ध कराया जाता है। |
महिला और किशोरी सम्मान योजना और सीएम दूध उपहार योजना | हरियाणा | लगभग 22 लाख बीपीएल महिलाओं को लाभ पहुंचाने के लिए 39.8 करोड़ रुपये की लागत से शुरू की गई। |
वाईएसआर चेउथा योजना | आंध्र प्रदेश | पात्र महिलाओं को 4 वर्षों में 75,000 रुपये की राशि प्रदान करेगी। |
इन पहलों से योजना के क्रियान्वयन और निगरानी में मदद मिलेगी। यह लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता करेगी।
स्कॉच गोल्ड अवार्ड और मान्यता
हरियाणा के महिला एवं बाल विकास विभाग ने ‘मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना’ के लिए स्कॉच गोल्ड पुरस्कार जीता है। यह पुरस्कार उनकी कामयाबी को दर्शाता है। यह योजना देशभर में प्रशंसित हुई है।
इस योजना में, 9 लाख 23 हजार बच्चों और 2 लाख 88 हजार गर्भवती महिलाओं को हर सप्ताह दूध दिया जाता है। दूध के विभिन्न फ्लेवर्स से बच्चों और महिलाओं का पोषण सुधरा। इस प्रयास को स्कॉच गोल्ड पुरस्कार से मान्यता मिली।
इस पुरस्कार ने हरियाणा सरकार की कामयाबी को देशभर में प्रसिद्ध किया। यह योजना की प्रभावशीलता का प्रमाण है। यह योजना के आगे विस्तार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
FAQs
मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?
मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना का उद्देश्य बच्चों और माताओं के स्वास्थ्य और पोषण को बढ़ावा देना है। यह योजना ICDS (एकीकृत बाल विकास सेवाएं) के तहत अतिरिक्त पोषण प्राप्त करने वालों को फोर्टिफाइड स्किम्ड दूध प्रदान करती है। इससे लाभार्थियों की संख्या में वृद्धि हुई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है।
मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना कब शुरू हुई?
यह योजना हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा 5 अगस्त 2020 को शुरू की गई थी। इसी दिन “महिला एवं किशोरी सम्मान योजना” भी लॉन्च की गई थी।
मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना के लाभार्थी कौन हैं?
यह योजना 6 साल तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, और नई माताओं को लाभ प्रदान करती है। उन्हें प्रति दिन 200 मिलीलीटर फोर्टिफाइड स्किम्ड दूध पाउडर 300 दिनों तक दिया जाता है।
मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
- योजना के तहत फोर्टिफाइड और फ्लेवर्ड स्किम्ड दूध पाउडर प्रदान किया जाता है।
- यह 6 साल तक के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और नई माताओं को लाभ देती है।
- इसमें प्रोटीन, कैलोरी, और विटामिन जैसे B12, A, और D3 भरपूर मात्रा में होते हैं।
योजना के लिए पात्रता और आवश्यक दस्तावेज़ क्या हैं?
इस योजना का लाभ पाने के लिए आपको हरियाणा का निवासी होना चाहिए और BPL परिवार से संबंधित होना चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज़:
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- जाति प्रमाण पत्र
योजना के तहत दूध का वितरण कैसे किया जाता है?
दूध का वितरण आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से किया जाता है। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका दूध को घर-घर तक पहुंचाती हैं और लाभार्थियों की जानकारी भी एकत्र करती हैं।
योजना के तहत दूध के कौन-कौन से फ्लेवर उपलब्ध हैं?
योजना के तहत 6 फ्लेवर में दूध उपलब्ध कराया जाता है:
- गुलाब
- इलायची
- चॉकलेट
- वनीला
- बटरस्कॉच
- साधारण
यह दूध पोषण और विटामिन से भरपूर होता है।
मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना का प्रभाव क्या रहा है?
- इस योजना से 3.67% अधिक बच्चे सामान्य वजन की श्रेणी में आ गए हैं।
- मध्यम रूप से कम वजन वाले बच्चों की संख्या में 3.66% की कमी आई है।
- लाभार्थियों के स्वास्थ्य और पोषण स्तर में काफी सुधार हुआ है।
आंगनवाड़ी केंद्र इस योजना की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कार्यकर्ता और सहायिका दूध का वितरण करती हैं, लाभार्थियों का डेटा इकट्ठा करती हैं, और योजना की निगरानी में सहयोग करती हैं।
मुख्यमंत्री दूध उपहार योजना में हाल की क्या प्रगति हुई है?
हाल ही में मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि इस योजना के तहत अब 14 से 18 साल के छात्रों को स्कूलों में 150 दिनों तक फोर्टिफाइड दूध दिया जाएगा। यह योजना की एक बड़ी प्रगति है।